ll ॐ नव शिवाय ll

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शनिवार, 8 जनवरी 2011

{}; अपने पित्रू ओ को हम मोक्ष केसे दिलाये :{}

अपने पित्रू ओ को हम मोक्ष केसे दिलाये :

मेरे प्रिय दोस्तों :पित्रू ओ को मोक्ष दिलाना किसी { यज्ञ से कम नही होता :}
पित्रू दोस की बिधी बहुत ही सादा तरीके से होती है
:कोई खास खर्चा नही होता :बस इतना करे
कि आप किसी अच्छे इस्थान पर जाकर ये विधि कर सकते है :
जेसे कि गंगा जमुना या त्रिवेणी संगम में ये विधि की जा सकती है :
अथवा तो :{ गया जी :कासी : इलाहवाद :हरिदुवार :कुरछेत्र:में होती है :
इनमे से किसी भी घाट पर जाकर ये विधि करे :और ये विधि समुन्दर के
घाट पर भी कर सकते है :
[याद रहे ये विधि बुधवार को करे ";या फिर अमावस्या को करे :}
{बाकी के दिनों में ये विधि नही होती :}

{पित्रू दोस की विधि की सामिग्री }

एक किलो दोसो पचास ग्राम जो का आटा { 1 . 250 ग्राम }
और इतना ही दूध ले : { 1 . 250 ग्राम }
नही तो गंगा जल ले ले :
और { 54} पिंड बनाये :एक थाली में {54 } पिंडो को रखले :
और सभी पिंडो को चन्दन से तिलक करे :
गुलाव के फुल तल चावल उन उपर चदाये
और किसी भी घाट पर जाकर आसन बिछा कर बेठे :
: पलाठी लगाकर :
फिर बारह वार ये मन्त्र बोले :
{ मन्त्र }>सदा भवानी दाहिनी :गोरी पुत्र गणेश :}

[ पांचो देव मेरी रक्षा करो ब्रह्ममाँ विष्णू महेश :}

उस के बाद माता गंगा जी का आहवान करो :

माता गंगा जी का { मन्त्र }माफ़ करे {में लिख नही सकता:
इसी लिए में अपना मोबायल नंबर लिख रहा हु :

फिर मुझे फोन करे :919904271497 :फोन कर ने के दो पाच मिनट बाद वहा माता गंगा जी का आहवान :

होजायेगा और आपको वहा माता गंगा जी दिखने लगेगी :उनके आनेका आभास आपको जरुर होगा :

अगर आप गंगा घाट पर नही है तो

महर वानी कर के हमे एक दो दिन पहले कहना होगा :कि कल हमे पिंड दान करने जाना है :

दर पिंड दान करते समय जो आप को बोलना है वो में आपको फोन पर ही बता दूंगा :

फिर श्री गणेशाय बोलकर पिंड दान सुरु करे :



{}ध्यान रहे {}जो

पिंडो के में नाम लिख रहा हु :और उनमे से कोई हाजिर है तो उस इन्शान का नाम निकाल कर :

उनका नाम लिखे जो हाजिर नही है :

{१}गुरु जी का
{२}गुरु माता का
{३}भगवान श्री व्रह्म्मा, जी को अरपित करे और
{4} माता स्वरसती
{५} विष्णू जी का
{६]लक्ष्मी जी का
{७}सिव जी का
{८}पार्वती जी का
{९}कुल देव का
{१०}कुलदेवी का
{११}कुल गुरु का
{12} कुल गुरु माता का
{13}पिता जी
{१४}माँ का
{१५}दादा जी का
{१६}दादी जी क
{१७}नाना जी का
{१८ननि जी का
{१९}काका जी का
{२०}काकी जी का
{२१}भाई का
{२२}बहन का
{23.24 }मामा मामी
{२५.२६ }माशा माशी
{२७.२८ }पर दादा और पर दादी का
{२९}अपने पालतू जानवर का गाय
{३०} बेल
{३१.३२ }भेस भेसा
{३३.34}कुत्ताकुतिया
{३५.36}घोडा घोड़ी
{३७}जो जीव आप मकान बनाते समय हत्या हुई है उनका
{३८}आपके चलते समय होई कार्य करते समय जीव ह्त्या हुई है उनका
{३९}आपने जान बुझ कर मारा है उनका
{४०}जो पेरो पर चलते है वो
{४१}परों से उड़ते है वो
{४२}जो पेट के बल से चलते है वो
{४३}जमीन में से उगते है वो
{४४}पूर्व दिशा में रहते है वो
{४५}पछिम दिशा में रहते है वो
{४६}उत्तर दिशा में रहते है वो
{४७}दछिन दिशा में रहते है वो
{४८.49 }अपने पिछले जन्म के माता पिता को पिंड दान करे
{५०}अपने पिछले जन्म के सह पूर्वज को पिंड दान करे
[५१}इक्यावन माँ पिंड :प्रीत य्योनी में रहते वो
{५२} देव य्योनी में रहते है वो
{53}धरती के निचे रहते है वो
{५४}धरती से उपर रहते है वो :
ये सभी पिंड दान बहुत ही सांति के सांति के साथ करे :
अपने पंडित जी के साथ कराये तो बहुत ही अच्छा रहिगा :
कोई भी कारण बस अगर कुछ पिंड आपके पास बचते है :
तो आप एक पिंड लेकर ये मन्त्र बोल कर पिंड दान करे :
{ मन्त्र }
{१}गुरु व्रह्म्मा गुरु विष्णु गुरु महेश राय :
{२}माता स्वरसती माता लक्ष्मी माता महेश्वरी :
इन { मन्त्र }को बोलकर पिंडो को पूरा करे :
जो दूध या गंगा जल आपके पास है वो वही गंगा जी में
चदाये और अपने घर चले जाए पीछे मुड कर न देखे :
अपने घर की छत पर सात बुध वार एक अगरबती लगाये :
भगवान की क्रपा से आपके सारे काम पुरे होंगे
{} जय माता की {}

आपके अपने जगदीश भाई चौधरी :

फोन : 919904271497 :

1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

मित्र सबसे पहले आप भाषा की शुध्दता की ओर ध्यान दें!

आपके कार्य में ये बहुत ही जरूरी है.

जो भाषा आपके ब्लॉग पर प्रदर्शित है, उसमें किताब लिखोगे तो गुजरात के बाहर पाठक ढूंढना मुश्किल होगा!

आशा है कि इस बात को अपने हित में समझेंगे!