अ इ उ ए अं =क ख ग घ ङ =च छ
ट ठ ड ढ ण = त थ द ध न =प फ ब भ म =य र ल व श ष
क्ष
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::;;;;;;;;;;::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
अक्षर योग और साधना :आपने अपने जीवन सायद पहली बार सुना होगा :
जब किसी चीज की पहली बार खोज की जाती है तो नया ही लगता है :
अक्षर योग और साधना की खोज पृथ्वी पर पहली बार की गयी है :
अक्षर योग और साधना मानव के लिए राम बाण की तरह है :
अक्षर योग साधना एक इसी साधना है :
जिस से इन्सान ओने जीवन को सफलता की और लेके जासकता है :
.........................................................................................
अक्षर योग और साधना को मेरा नेट पर लिखने का कोई इरादा नही था :
मगर कोगो के प्यार ने और उनके बिसबास ने :
मुझे लिखने पर मजबूर ;कर दिया :
कि में अक्षर योग और साधना के बारे में लिखू :
में अक्षर योग साधना के बिसे में लिखने से पहले :
में आपको कुछ सावधनिया बताऊगा जो आपको बरतनी होगी :
आपको अपनी मर्जी से अक्षर योग अथवा साधना नही करनी है :
क्यों कि आपकी अपनी मर्जी से किये गये योग साधना :
आपको काफी हानि पंहुचा सकती है :
इसी लिए ये अक्षर योग साधना बहुत ही सोच समझ के कि जासकती है :
जिस तरह सी लिखा गया है :
आप उसी तरह से योग सुरु करे :
.................................................................................
सुरु करने से पहले आपको हमे फोन कर के बताना :
होगा कि आप अक्षर योग क्यों करना कहते है :
फोन न 919904271497
..................................................................................
अक्षर योग साधना सुरु कने से पहले आप अपने सरीर को :
स्वछ करे :जेसे कि सुबह कुल्ला दातुन करने के बाद :
और सामको खाना खाने से एक घंटा पहले :
इस योग को किया जासकता है :
...............................................................................
अक्षर योग और साधना अपने नाम के हिसाब से कीया जाता है :
सभी को एक तरीके से नही करना है :
......................................................................
अक्षर योग आपको करना क्यों है :
{ ! } क्या आप कोई असादय रोग से परेशान है :
{ २ }क्या आपका धंदा नही चलरहा है :
{ ३ }क्या आपको धन्दे में हानि होरही है :
{ ४ }क्या आपको नोकरी नही मिल रही है :
{ ५ }क्या आपके हाथो में जस नही है :
{ ६ }क्या आपका पड़ाई में मन नही लगरहा है :
{७ }क्या आपको भूलने की बिमारी है :
{८ }क्या आप अपने सरीर की ऊर्जा सकती बडाना चाहते हो :
{९} क्या आप अपने ईस्ट देव को मनाना चाहते हो :
{१०} क्या आपका भक्ति में मन नही लगता :
{११}क्या आपकी बात किसीको अच्छी नही लगती :
{१२}क्या आपको गुस्सा बहुत आता है :
....................................................................
{१३}क्या आप कुदरती सकती पाना चाहते हो
ये पारवारिक इंशानो के लिए नही है :
संत फकीर बाबा सन्यासीयो के लिए है :
या फिर आप घर से मुक्त हो और :
आपकी उम्र {50 } से उपर होनी चाहिए :
.....................................................................
इतने प्रकारों में से आपको किस की जरूरत है :
उसीके हिशाब से आपको अक्षर योग बताया जाएगा :
अक्षर योग आपके नाम और आपकी उम्र के हिसाब से :
किया जाता है :
लेखक :जगदीश भाई चौधरी :}
{ फोन न 09904271497 }
:::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::स ह ज्ञ त्र ज झ ञ =
ट ठ ड ढ ण = त थ द ध न =प फ ब भ म =य र ल व श ष
क्ष
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::;;;;;;;;;;::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
अक्षर योग और साधना :आपने अपने जीवन सायद पहली बार सुना होगा :
जब किसी चीज की पहली बार खोज की जाती है तो नया ही लगता है :
अक्षर योग और साधना की खोज पृथ्वी पर पहली बार की गयी है :
अक्षर योग और साधना मानव के लिए राम बाण की तरह है :
अक्षर योग साधना एक इसी साधना है :
जिस से इन्सान ओने जीवन को सफलता की और लेके जासकता है :
.........................................................................................
अक्षर योग और साधना को मेरा नेट पर लिखने का कोई इरादा नही था :
मगर कोगो के प्यार ने और उनके बिसबास ने :
मुझे लिखने पर मजबूर ;कर दिया :
कि में अक्षर योग और साधना के बारे में लिखू :
में अक्षर योग साधना के बिसे में लिखने से पहले :
में आपको कुछ सावधनिया बताऊगा जो आपको बरतनी होगी :
आपको अपनी मर्जी से अक्षर योग अथवा साधना नही करनी है :
क्यों कि आपकी अपनी मर्जी से किये गये योग साधना :
आपको काफी हानि पंहुचा सकती है :
इसी लिए ये अक्षर योग साधना बहुत ही सोच समझ के कि जासकती है :
जिस तरह सी लिखा गया है :
आप उसी तरह से योग सुरु करे :
.................................................................................
सुरु करने से पहले आपको हमे फोन कर के बताना :
होगा कि आप अक्षर योग क्यों करना कहते है :
फोन न 919904271497
..................................................................................
अक्षर योग साधना सुरु कने से पहले आप अपने सरीर को :
स्वछ करे :जेसे कि सुबह कुल्ला दातुन करने के बाद :
और सामको खाना खाने से एक घंटा पहले :
इस योग को किया जासकता है :
...............................................................................
अक्षर योग और साधना अपने नाम के हिसाब से कीया जाता है :
सभी को एक तरीके से नही करना है :
......................................................................
अक्षर योग आपको करना क्यों है :
{ ! } क्या आप कोई असादय रोग से परेशान है :
{ २ }क्या आपका धंदा नही चलरहा है :
{ ३ }क्या आपको धन्दे में हानि होरही है :
{ ४ }क्या आपको नोकरी नही मिल रही है :
{ ५ }क्या आपके हाथो में जस नही है :
{ ६ }क्या आपका पड़ाई में मन नही लगरहा है :
{७ }क्या आपको भूलने की बिमारी है :
{८ }क्या आप अपने सरीर की ऊर्जा सकती बडाना चाहते हो :
{९} क्या आप अपने ईस्ट देव को मनाना चाहते हो :
{१०} क्या आपका भक्ति में मन नही लगता :
{११}क्या आपकी बात किसीको अच्छी नही लगती :
{१२}क्या आपको गुस्सा बहुत आता है :
....................................................................
{१३}क्या आप कुदरती सकती पाना चाहते हो
ये पारवारिक इंशानो के लिए नही है :
संत फकीर बाबा सन्यासीयो के लिए है :
या फिर आप घर से मुक्त हो और :
आपकी उम्र {50 } से उपर होनी चाहिए :
.....................................................................
इतने प्रकारों में से आपको किस की जरूरत है :
उसीके हिशाब से आपको अक्षर योग बताया जाएगा :
अक्षर योग आपके नाम और आपकी उम्र के हिसाब से :
किया जाता है :
लेखक :जगदीश भाई चौधरी :}
{ फोन न 09904271497 }
:::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::स ह ज्ञ त्र ज झ ञ =