ll ॐ नव शिवाय ll

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रविवार, 2 जनवरी 2011

{{अ } { अक्षर ब्रह्माड का पहला अक्षर है }

{अ } अक्षर के बारे में आज बताता हु : {अ} अक्षर ब्रह्माड का पहला अक्षर है :

और ये निराकार है ये हर अक्षर के अंदर है क्यों कि ये बिज है :

और अ >का जो सुर है वो कंठ का है अक्षर ज्योतिष में अक्षर के साथ साथ

सुर का भी सीखना जरूरी है :अ का योग बहुत महत पुण है : जेसे {अ } के बिना पढाई सुरु नही कि :जा सकती :

इसे ही {अ }के योग के बिना जिन्दगी सफल बन नही सकती :

और { अ }की साधना तो क्या साधना है : कोई इन्शान अगर {अ }की साधना :

को जीवन में एक बार करले उस इन्शान को किसीकी अराधना करने जरूरत

नही पड़ेगी :क्यों की {अ }ही भ्रम है

{ अ }योग { अ }साधना } करने से पहलें आप अपने गुरु की सलाह जरुर ले :
{{ ख़ास चेताबनी }

{हाथ जोडकर सभी से बिनती है }कि :अ इ उ ए अं =

{अ}का योग {अ }की साधना }>किसी भी पारवारिक इन्शान के लिए नही है :

जो ईशान ग्रिती में है और उस का कोई गुरु है और वो आप से

{अ }का योग या { अ }की साधना करने को कहते है तो आप खुद जान जाइए :

कि हमारे गुरु को अक्षर ज्ञान नही है :देखिये हर इन्शान को हर ज्ञान नही होता :

देखिये आकाश निचे और पाताल उपर {84 }लाख योनिया है और हर योनी का :

एक देवता है ये बात तो सभी महान पुरुष जानते है :}

और हर देवता के पास अपनी खुद की सक्तिया है }

बसे में आगे पारिबारिक लोगो के लिया भी लिखुगा :अ इ उ ए अं = ये बिज है :
इनकी साधना हर इन्शान के लिए नही है

अधिक जानकारी के लिए फोन करे न 919904271497 है

लेखक : जगदीश भाई चौधरी
:

चौधरी अक्षर ज्योतिष

चौधरी अक्षर ज्योतिष एक इसी ज्योतिष है जो सब से अलग है :

ये अक्षर के ज्ञान से बनी ज्योतिष है इस अक्षर ज्योतिष में सब से पहले देखा जाता है इन्सान का नाम :

फिर माता पिता का नाम :और फिर बीबी और बेटे का नाम: इन सब के नामो के अक्षरो को मिलाके भविष्य कहा जाता :

ये अक्षर ज्योतिष में अक्षरोंको मिलाने के बाद फिर अक्षरों का सुर देखना देखना पड़ता है :उस के बाद ये देखना पड़ता है :

कि कोनसा अक्षर कोनसे अक्षर को मार रहा है फिर ये भी देखना पड़ता है :

कि किसका अक्षर किसके अक्षर को मार रहा है एसी कोंसी बजए है जो घर में मुसीबत आई है :

और किस तरह की मुसीबत आने बाली है इन अक्षरों से पता पड़ता है :और ये जानना जरूरी है :

{ मुसीबत क्यों आती है }

मुसीबत आने के कारण ये है

कही आप का नाम दिसा सुर तो नही है :कही आपको जन्म जात दोस तो नही है :

कही आपका मकान दोस तो नही है कही आपका मकान दिशा सुर टी नही है :

कही आप को नारी दोस तो नही है :कही पुत्र दोस तो नही है :

कही देव दोस तो नही है : कही आप को पितृ दोस तो नही है :

कही आप को नगर दोस तो नही है :ये सबकुछ पता चलता है :

आपके नाम के अक्षरों से और अधिक जानकारी के लिए :

रूबरू मिले :पता :हेनी गारमेंट परा बजार लुनावाडा पंच महल गुजरात { इण्डिया :}

या सम्पर्क करे या मेल करेchiraglunawada@yahoo.com पर

या फोन करे 919904271497 लेखक ज्योतिषी जगदीश भाई चौधरी :

: फ्री सेवा सभी के लिए :
चौधरी अक्षर ज्योतिष एक इसी ज्योतिष है जो सब से अलग है :

ये अक्षर के ज्ञान से बनी ज्योतिष है इस अक्षर ज्योतिष में सब से पहले देखा जाता है इन्सान का नाम :

फिर माता पिता का नाम :और फिर बीबी और बेटे का नाम: इन सब के नामो के अक्षरो को मिलाके भविष्य कहा जाता :

ये अक्षर ज्योतिष में अक्षरोंको मिलाने के बाद फिर अक्षरों का सुर देखना देखना पड़ता है :उस के बाद ये देखना पड़ता है :

कि कोनसा अक्षर कोनसे अक्षर को मार रहा है फिर ये भी देखना पड़ता है :

कि किसका अक्षर किसके अक्षर को मार रहा है एसी कोंसी बजए है जो घर में मुसीबत आई है :

और किस तरह की मुसीबत आने बाली है इन अक्षरों से पता पड़ता है :और ये जानना जरूरी है :

{ मुसीबत क्यों आती है }

मुसीबत आने के कारण ये है

कही आप का नाम दिसा सुर तो नही है :कही आपको जन्म जात दोस तो नही है :

कही आपका मकान दोस तो नही है कही आपका मकान दिशा सुर टी नही है :

कही आप को नारी दोस तो नही है :कही पुत्र दोस तो नही है :

कही देव दोस तो नही है : कही आप को पितृ दोस तो नही है :

कही आप को नगर दोस तो नही है :ये सबकुछ पता चलता है :

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chaudhri jyotish jagdish bhai: chaudhry akshr jyotish

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