ll ॐ नव शिवाय ll

ll  ॐ नव शिवाय   ll
ll ॐ नव शिवाय ll

गुरुवार, 3 फ़रवरी 2011

{} नारी दोस भाग {२] {}

नारी दोस भाग {२]
नारी दोस कितने प्रकार के होते है :
नारी दोस जो सबसे बड़ा होता है :
वो में पहले भी बता चूका हु :
फिर भी दुवारा समझलो :
नारी दोस की पहचान है :
आपके नाम का पहला अक्षर :
जेसे आपका नाम है { राजवीर }{रामवीर }
और आप बीबी का नाम है {कल्पना }अनीता }
तो कल्पना का {क }और राजवीर का {र }
दोनों को मिलाकर देखे :पहला दोस ये है :
की पति के नाम से पहले बीबी का नाम आता है :
जवानी में बिघवा होने का पूरा पूरा योग है :
दूसरा इस नारी दोस में और भी पिरोवलम यह भी  है :
कि पति के कार्य छेत्र में भी रुकाबट आती है है :
क्यों कि पतिऔर पत्नी दोनों का सुर बंद होजाता है :
जेसे :{रक }ये दोनों का सुर :
इसी प्रकार का पुत्र दोस लग जाता  है :
तो जीवन नरक के समान होजाता है :
अगर आप एसे किसी नारी दोस से :
परेशान है तो फोन करे फ्री सेवा  है :
कोई भी प्रकार का ज्योतिष चार्ज नही है :
लेखक :जगदीश भाई चौधरी :
लुनावाडा परा बजार गुजरात {इंडिया }
फोन न o9904271497



4 टिप्‍पणियां:

केवल राम ने कहा…

आदरणीय chaudhry akshr jyotish जी
आपका लेखन सार्थक है लेकिन भाषा की तरफ थोडा ध्यान देंगे तो और भी सार्थक होगा ..आशा है आप इस सुझाब को स्वीकार करेंगे ..शुभकामनायें

केवल राम ने कहा…

कृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...
वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो NO करें ..सेव करें ..बस हो गया .

संगीता पुरी ने कहा…

आपको पढकर बहुत अच्‍छा लगा .. इस नए चिट्ठे के साथ हिंदी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

Unknown ने कहा…

शानदार पेशकश।

डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
सम्पादक-प्रेसपालिका (जयपुर से प्रकाशित हिंदी पाक्षिक)एवं
राष्ट्रीय अध्यक्ष-भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास)
0141-2222225 (सायं 7 सम 8 बजे)
098285-02666