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गुरुवार, 3 फ़रवरी 2011

{} नारी दोस भाग {२] {}

नारी दोस भाग {२]
नारी दोस कितने प्रकार के होते है :
नारी दोस जो सबसे बड़ा होता है :
वो में पहले भी बता चूका हु :
फिर भी दुवारा समझलो :
नारी दोस की पहचान है :
आपके नाम का पहला अक्षर :
जेसे आपका नाम है { राजवीर }{रामवीर }
और आप बीबी का नाम है {कल्पना }अनीता }
तो कल्पना का {क }और राजवीर का {र }
दोनों को मिलाकर देखे :पहला दोस ये है :
की पति के नाम से पहले बीबी का नाम आता है :
जवानी में बिघवा होने का पूरा पूरा योग है :
दूसरा इस नारी दोस में और भी पिरोवलम यह भी  है :
कि पति के कार्य छेत्र में भी रुकाबट आती है है :
क्यों कि पतिऔर पत्नी दोनों का सुर बंद होजाता है :
जेसे :{रक }ये दोनों का सुर :
इसी प्रकार का पुत्र दोस लग जाता  है :
तो जीवन नरक के समान होजाता है :
अगर आप एसे किसी नारी दोस से :
परेशान है तो फोन करे फ्री सेवा  है :
कोई भी प्रकार का ज्योतिष चार्ज नही है :
लेखक :जगदीश भाई चौधरी :
लुनावाडा परा बजार गुजरात {इंडिया }
फोन न o9904271497